भामाशाह जयंती पर लांच किये गए ‘भामा-गाथा’
संगीत के क्षेत्र में योगदान के लिए अखिल भारतीय माहौर वैश्य महासभा के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता व संस्थापक हरस्वरूप गुप्ता ने राज महाजन को किया सम्मानित
मेघा वर्मा/नई दिल्ली: 471वीं भामाशाह जयंती के मौके पर राज महाजन कृत 'भामा-गाथा'
को एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में अखिल भारतीय माहौर वैश्य महासभा के
द्वारा विश्व-स्तर पर बड़ी धूम-धाम के साथ प्रकाशित कर दिया गया. इस अवसर पर पब्लिक
से भरपूर हाल में अ.भा.मा.वैश्य.महासभा के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता द्वारा राज महाजन
को संगीत माध्यम से समाजहित में योगदान के लिए सम्मान दिया गया. राज महाजन के
अग्रज गिरीश गुप्ता भी समारोह में हाज़िर रहे. निर्माता-निर्देशक राज महाजन के भतीजे बॉडी-बिल्डर जोकि
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए मिस्टर वर्ल्ड के प्रतियोगिता विजेता पारस गुप्ता को
भी सम्मानित किया गया. साथ ही भारतीय जनता पार्टी सांसद मिनाक्षी लेखी, प्रसिद्ध बीजेपी नेता श्याम जाजू और दिल्ली के कुछ निगम पार्षद भी उपलब्ध
रहे. यह आयोजन 28 जून 2017 को किया गया.
भामा-गाथा म्यूजिक विडियो में महान दानवीर और देशभक्त भामाशाह के
बारे में बताया गया है. जब महाराणा प्रताप सिंह हल्दीघाटी की लड़ाई अकबर से हारने
के पश्चात जंगलों में रहने लगे थे और घास की रोटी खाने को मजबूर थे. तब, पिता भारमल के पुत्र भामाशाह ने राष्ट्रहित हेतु महाराणा प्रताप को अपना
सब-कुछ दान कर दिया. वो इतनी बड़ी धनराशी थी जो महाराणा प्रताप के सैनिकों के लिए
12 वर्ष की तन्खवाह के लिए पर्याप्त थी. साथ ही, राष्ट्रभक्त
भामाशाह ने अपने 2 पुत्रों का भी बलिदान भी इस लड़ाई में दे दिया था. राष्ट्रभक्त
भामाशाह ने महाराणा प्रताप के साथ मुघलों के खिलाफ लड़ाई में पूरा साथ दिया.
तत्पश्चात महाराणा ने लड़ाई विजय करने के के बाद मेवाढ़ का बहुत बड़ा हिस्सा वापिस
पाया.
‘भामा-गाथा’ का कांसेप्ट, निर्देशन, निर्माण, गीत और
संगीत राज महाजन ने स्वयं किया है और आवाज़ दी है गायक नितेश शर्मा ने. साथ ही इस
गाने में एक्टिंग में हैं खुद राज महाजन. निर्माता-निर्देशक राज महाजन इस म्यूजिक
विडियो में फिर एक बार नए लुक में नज़र आयेंगे.
म्यूजिक कंपोजर राज महाजन ने बताया, “ज़्यादातर
लोग महाराणा प्रताप सिंह और हल्दीघाटी के युद्ध के बारे में तो जानते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग यह जानते हैं कि महाराणा प्रताप के जीतने की वजह
दानवीर भामाशाह थे, जिन्होंने राष्ट्रहित की खातिर अपना
सब-कुछ महाराणा प्रताप सिंह को दे दिया था और युद्ध में महाराणा प्रताप सिंह के
साथ कंधे से कन्धा मिलाकर साथ निभाया था. गीत-संगीत एक अच्छा माध्यम है सन्देश
देने का. इसलिए मैं ‘भामा-गाथा’ के माध्यम
से सब लोगों को भामाशाह जैसे देशभक्त महापुरुष के त्याग के बारे में बताना चाहता
हूँ.”
मोक्ष म्यूजिक कंपनी के बैनर तले ‘भामा-गाथा’
विश्व-स्तर पर प्रकाशित हो चुका है. YouTube, DailyMotion, iTunes, Saavn, Gaana, hungama,
Spotify, Deezer, Rhapsody, Soundcloud, Airtel, Vodafone, Idea इत्यादि
डिजिटल स्टोर्स पर 256 देशों में यह गाना उपलब्ध हो चुका है.
भामा-गाथा को YouTube पर देखने के लिए लिंक : https://www.youtube.com/watch? v=le_myMBA76