प्रभारी मंत्री के सख्ती से बचाव व राहत कार्यों में जुटा प्रशासन
नवहट्टा प्रखंड के एक स्पर पर स्वास्थ्य विभाग की दो अलग-अलग टीम के द्वारा पशु व मनुष्य की आवश्यक दवाओं का वितरण किया जा रहा था...
राजीव झा/सहरसा: जिला प्रशासन ने बाढ प्रभावित गांवों को कई जोन में बांटकर व्यवस्थित तरीके से राहत व बचाव कार्य करने की तैयारी में जुट गयी है। इसके लिए नवहट्टा अंचल के पदाधिकारी सफी अख्तर को जोनल पदाधिकारी का दायित्व सौंपा गया है। नाव परिचालन के लिए भी कई सरकारी कर्मियों को नाव प्रभारी बनाया गया है। दूसरी तरफ प्रभारी मंत्री रमेश ऋषिदेव ने मंगलवार को स्थानीय सर्किट हाउस में बाढ़ से प्रभावित परिवारों के बचाव व राहत कार्य के लिए डीएम बिनोद सिंह गुंजियाल के साथ बैठक कर हरेक स्तर पर तैयारी रखने का आवश्यक निर्देश दिया।
मनुष्य व पशुओं के लिए दावा वितरित
हालाँकि बुधवार को नवहट्टा प्रखंड के एक
स्पर पर स्वास्थ्य विभाग की दो अलग-अलग टीम के द्वारा पशु व मनुष्य की आवश्यक
दवाओं का भी वितरण किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग की इस टीम में मनुष्य के लिए डॉ.
सुजीत कुमार के नेतृत्व में एएनएम इंदु कुमारी व रीना कुमारी के द्वारा भी सर दर्द, बुखार, दस्त
आदि के रोगी पहूंच रहे थे। सभी को आवष्यक दवा उपलब्ध कराया जा रहा था। जबकि डॉ. संजीव
कुमार सुमन के नेतृत्व में अनवर हुसैन व जितेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा मवेषियों
को पेट रोग की दवाओं में कीड़ा मारने के लिए दवा दी जा रही थी। इसी प्रकार टॉनिक, बुखार, भूख
लगने के लिए पषु पाचक दिया जा रहा था।
राहत व् बचाव के लिए बना चार जोन
नवहट्टा प्रखंड क्षेत्र के पंचायत नौला
के बाढ प्रभावित गांव लालपुर, भेलाही,
नौला, रसलपुर, गढिया व लोहार का एक जोन में षामिल
किया गया है। जबकि बकुनियां पंचायत के परताहा व बकुनियां गांव के लिए प्रखंड विकास
पदाधिकारी चंद्रमोहन पासवान जोनल अधिकारी बनाया गया है। इसी प्रकार पंचायत सत्तौर
के गांव नारायणपुर नंरगा, बिरजाईन व सत्तौर शाहपुर पंचायत के रामजी टोला
को एक जोन बनाकर मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रभात रंजन झा को दायित्व सौंपा
गया है। जबकि पंचायत हाटी के गांव देवका, ऐराजी, मुरली, कठुआर, कटियाही बरियाही, केदली पंचायत के असैय, पहाड़पुर, छतवन, रामपुर
केदली, डरहार पंचायत के डरहार, महुआ, गाविंदपुर, बरवाड़ा
गांव के लिए जोनल अधिकारी के रूप में अंचलाधिकारी सफी अख्तर को दायित्व दिया गया
है। सीओ सफी अहमद ने बताया कि प्रभावित इलाके के संबंध में वरीय अधिकारियों को प्रतिवेदन
भेज दिया गया है। सरकार से निर्देश मिलते ही राहत कार्य षुरू किये जाएंगे। बचाव
कार्य के लिए पांच दर्जन से अधिक नाव का परिचालन हो रहा है। सभी बाढ़ आश्रय स्थलों
को नागरिकों को सौंप दिया गया है।
किसी भी प्रकार की आपदा से मुकाबले को
तैयार प्रशासन
प्रभारी मंत्री रमेश ऋषिदेव ने मंगलवार
को स्थानीय सर्किट हाउस में बाढ़ से प्रभावित परिवारों के बचाव व राहत कार्य के लिए
डीएम बिनोद सिंह गुंजियाल के साथ बैठक कर हरेक स्तर पर तैयारी रखने का आवश्यक
निर्देश दिया। मंत्री के साथ विचार-विमर्श के दौरान डीएम श्री गुंजियाल ने कहा कि
तटबंध पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और बाढ प्रभावित इलाकों से पानी से घिरे
लोगों को आश्रय स्थलों पर लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिया
गया है। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति आने पर भी जिला प्रशासन किसी भी मुकाबले
को तैयार है। इसके लिए राहत व बचाव के अलावा चिकित्सक, पशु
चिकित्सकों की टीम गठित कर दी गई है। मानव व पशु के दवा के अलावा पशुचारा का भी
प्रबंध कर लिया गया है। संबंधित क्षेत्र के बीडीओ व सीओ के अलावा प्रखंडों के
प्रभारी पदाधिकारी लगातार पर्यवेक्षण कर रहे हैं। जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष
में प्राप्त सूचनाओं के आधार पर भी त्वरित कार्रवाई की जा रही है।