पुल व सड़क निर्माण के लिए कोसी नदी में जल सत्याग्रह
आगरदह
से शहरबन्नी की दूरी महज 6 किलो मीटर है। आगरदह में पुल व सड़क का
निर्माण हो जाता है तो आसानी से लोग न केवल खड़िया जिले की सीमा में प्रवेश कर
जाएंगे बल्कि राज्य के कई प्रमुख शहरों से जुड़ाव हो जाएगा। चार जिलों की सीमा का
सबसे निकटतम गांव आगरदह से समस्तीपुर, दरभंगा, खगड़िया व सहरसा की दूरी 6
किलो मीटर में ही सिमट जाएगी...
संजय
सोनी/सहरसा: कोसी क्षेत्र के लोगों में शहर खगड़िया से जुड़ने के लिए गजब की बेचैनी
बनी हुई है। खासकर कोसी तटबंध के अंदर निर्वासित सैकड़ों गांव के लोगों को
प्रमंडलीय मुख्यालय सहरसा से ज्यादा आकर्षण खगड़िया शहर की तरफ है। वैसे लोकसभा
क्षेत्र खगड़िया हप जाने से राजनीती के लिए भी खगड़िया ही जाना पड़ता है। लोगों को
लगता है कि खगड़िया से जुड़ जाने के बाद राज्य की राजधानी पटना समेत बिहार के कई
अन्य प्रमुख शहरों तक आसानी से पहूंची जा सकती है। अभी सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड
क्षेत्र अंतर्गत चानन पंचायत के डेंगराही घाट पर महासेतु निर्माण को लेकर चली 17
दिनों की आंदोलन के खत्म हुए दो दिन भी नहीं हुआ कि सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड
क्षेत्र के कठडुमर घाट व आगरदह घाट से खगड़िया जिले के शहरबन्नी तक पुल व सड़क
निर्माण के लिए 8
मार्च से पुल निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले अनिष्चितकालीन जल सत्याग्रह शुरू
कर दिया है।
क्यों
बने आगरदह में पुल व सड़क
शहरबन्नी
केन्द्रीय मंत्री सह लोजपा सुप्रीमो रामबिलास पासवान का गृह क्षेत्र और शहर खगड़िया
के गांव शहरबन्नी तक पुल व सड़क पहले से बनी हुई है। कमला नदी के बांध फुलतोड़ा में
पुल बना हुआ है। इस वजह से खगड़िया का शहरबन्नी से सीधा जुड़ाव पहले से है। आगरदह से
शहरबन्नी की दूरी महज 6 किलो मीटर है। आगरदह में पुल व सड़क का निर्माण हो जाता है तो
आसानी से लोग न केवल खड़िया जिले की सीमा में प्रवेश कर जाएंगे बल्कि राज्य के कई
प्रमुख शहरों से जुड़ाव हो जाएगा। चार जिलों की सीमा का सबसे निकटतम गांव आगरदह से
समस्तीपुर, दरभंगा, खगड़िया व सहरसा की दूरी 6 किलो मीटर में ही सिमट जाएगी। इतना ही
नहीं बेगुसराय,
बखरी, हसनपुर
व कुशेश्वर जाने वालों को काफी आसानी होगी।
कठडुमर
घाट पर पुल बबने से लाभ
प्रखंड सिमरी बख्तियारपुर के कठडुमर घाट पर पुल
बन जाने से जिला मुख्यालय सहरसा आने वालों को नदी का झमेला खत्म हो जाएगा और
सोनमनखी से सहरसा आने वालों को भी राहत होगी।
कौन
लोग हैं जल सत्याग्रह में शामिल
जल
सत्याग्रह में विभिन्न गांवों के कुल 11 लोग षामिल हैं। बेचू यादव, रणवीर यादव,
सुरेन्द्र यादव, शम्भू पंडित, सुनील सिंह, अखिलेश मिस्त्री, मिथलेश यादव, बिरजू
यादव आदि 8
मार्च की सुबह से ही कोसी नदी में मचान बांध कर जल सत्याग्रह कर पुल निर्माण की
संकल्प पर अड़े हैं।
पुल निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष
सिंधु यादव, संयोजक सह भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह जमुनियां, पूर्व विधायक सह
भाजपा नेता सुरेन्द्र यादव, रणविजय सिंह, चन्द्रकिशोर चौधरी, राजकिशोर यादव आदि के आलावा बिनचू यादव. रघुवीर यादव, अखिलेश यादव. सुभाष यादव,
गणेश पंडित, अमरनाथ सिंह, रणविजय सिंह, सुरेंद्र यादव, सिन्धी यादव, रायगीर यादव, पंकज
सिंह, सुधीर सिंह, दशरथ धर्म, रामदेव सादा, बेचु यादव, प्रमोद यादव, चंदेश्वरी
यादव, हाकिम यादव, फूल कुमारी देवी, देवकी
देवी, अलोधनी देवी, लीला देवी, बेचनी देवी, मंजू देवी, गौरी देवी, बिजली देवी,
अमला देवी, आशा देवी, अनिल देवी शामिल हैं।
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