जन सरोकार साहित्यिक मंच ने आयोजित की विचार
गोष्ठी
प्रकाश राय/वाराणसी। शुक्रवार 28 जुलाई 2017 की संध्या चार बजे वाराणसी अवस्थित लंका पर सेतु
प्रकाशिनी एवं जन सरोकार साहित्यिक मंच के द्वारा सीमा आजाद और उनके हमसफर विश्व
विजय की जिंदानामा शीर्षक जेल डायरी का लोकार्पण किया। इसके बाद फासीवाद के दौर
में अभिव्यक्ति की आजादी पर हमले, प्रतिरोध विषयक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया
गया। पुस्तक लोकार्पण के बाद सीमा आजाद और विश्व विजय ने अपने-अपने जेल जीवन के
अनुभव सुनाए और अंत मे दोनों ने डायरी के कुछ मार्मिक अंशों को गोष्ठी के पटल पर
रखा। गोष्ठी में जेल डायरी पर तीस्ता शीतलवाड़ व प्रो. शाहिना रिजवी ने विस्तार से
अपनी बातों का रखा। गोष्ठी के विषय पर प्रो.प्रमोद कुमार वागड़े एवं मेरा भाषण हुआ
विचार-गोष्ठी बहुत ही विचारोत्तेजक रही। छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या के अलावा
नगर के बुद्धजीवी,साहित्यकार,लेखक,सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा बीएचयू के कई प्रोफेसर
उपस्थित थे। जिनमें प्रो. बलिराज पांडेय, प्रो.चन्द्रकला
त्रिपाठी, वाचस्पति, मुनीजा खान, मूलचन्द सोनकर,श्रीप्रकाश राय, सुनील यादव, कुसुम
वर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल थे। विचार गोष्ठी की सफलता के लिए जन सरोकार
साहित्यिक मंच के साथियों को लोगों ने बधाई भी दिया।
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