Tuesday, October 17, 2017

विश्व प्रसिद्ध संगीत कम्पनी मोक्ष म्यूजिक की अनुपम भेंट:एक प्रेमिका अपने प्रेमी की याद में गा रही है और कह रही है कि “मोरा पिया के बिना जिया लागे ना"।

दिल्ली में आयोजित की गई पिया के बिना लागे न जिया’ की शानदार स्क्रीनिंग

डॉ, हरिओम उत्तर प्रदेश के वही आईएएस ऑफिसर हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर में अपने कार्यकाल के दौरान जेल में डाल दिया था और योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही डॉ. हरिओम को कार्यभार से हटा दिया था। डॉ.हरिओम की जोड़ी इससे पहले भी कई गाने दे चुकी है जिनमे यारा वे, मजबूरियाँ, सोचा न था ज़िन्दगी आदि प्रमुख है...
मेघा वर्मा, दिल्ली: विश्व प्रसिद्ध संगीत कम्पनी मोक्ष म्यूजिक का मोस्ट अवैटेड गाना “पिया के बिना लागे न जियाविश्व स्तर पर 14 अक्टूबर को भव्य अनावरण किया गया। नई दिल्ली स्थित डॉलीवुड टैलेंट क्लब में शानदार रूप से आयोजित इस रिलीज़ इवेंट शो में चर्चित आईएएस ऑफिसर डॉ. हरिओम के द्वारा गाने को गाया गया। जिसमें “पिया के बिना लागे न जिया” की शानदार स्क्रीनिंग की गयी। इस मौके पर संगीतकार राज महाजन व गायक डॉ.हरिओम के साथ गाने की मुख्य अभिनेत्री अजिता झा भी प्रमुख रूप से मौजूद थीं। इस गाने के बारे में संगीतकार राज महाजन का कहना है कि यूथ को फोकस करते हुए इस गाने को बनाया है। डॉ.हरिओम ने इस गाने को तहेदिल से गाया है। वहीँ इस बारे में गाने के सिंगर डॉ.हरिओम ने कहा कि जब मैंने प्रथम दफा गाने की डमी को सुना तो ऐसा लगा कि मेरे लिए ही बना है। सही मायने में यह बहुत ही बेहतरीन गाना है। गाने का म्युज़िक एल्बम भी बहुत शानदार है। अजिता झा इसमें काबिल-ए-गौर अभिनय की है।
अपनी अनुभव के बारे में अभिनेत्री अजिता ने कहा वाकई में इस गाने पर काम करके बहुत ही अच्छा लगाएक चीज़ जो मुझे बहुत भायी वह थी इसकी थीमएक किस्म का फ्यूज़न है इस गाने मेंराज महाजन सर ने बहुत ही सूदिंग ट्रैक बनाया है। राज सर को मैं थैंक्यू बोलना चाहूँगी जिन्होंने मुझे इस गाने का हिस्सा बनायाआपको बता दें कि इस म्युज़िक एल्बम में राज महाजन एक नए फ्लेवर में नजर आये तो वहीँ हरिओम भी इस गाने में राज के साथ स्क्रीन शेयर करते दिखे। इसके साथ ही शुभम गुप्ता, मितुल कौशिक एवं ऋषभ शर्मा ने भी अपना-अपना काम बखूबी निभायापहली बार विश्व प्रसिद्ध संगीत कम्पनी मोक्ष म्यूजिक ने एक साथ दो और गानों की स्क्रीनिंग कीजहाँ ‘तेरी हर अदा’ की स्क्रीनिंग की गयी तो दूसरी तरफ वहीँ अपने आने वाले गाने “सोचा न था” की एक झलक दिखाईइस मौके पर सोचा न था का टीज़र रिलीज़ किया गयाबहुत जल्द ये गाना भी वैश्विक स्तर पर रिलीज़ किया जाएगातेरी हर अदा नवोदित सिंगर शुभम गुप्ता को राज महाजन की तरफ से दिया हुआ एक रिवॉर्ड हैशुभम की गायकी से अभिभूत होकर राज महाजन ने उन्हें ये मौका दियासोचा न था को अपनी आवाज़ से मन्दाकिनी बोरा ने सुन्दर बनाया हैडॉ, हरिओम उत्तर प्रदेश के वही आईएएस ऑफिसर हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर में अपने कार्यकाल के दौरान जेल में डाल दिया था और योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही डॉ. हरिओम को कार्यभार से हटा दिया थाडॉ.हरिओम की जोड़ी इससे पहले भी कई गाने दे चुकी है जिनमे यारा वे, मजबूरियाँ, सोचा न था ज़िन्दगी आदि प्रमुख है
मोक्ष म्यूजिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एडिटर चेतन चौधरी ने कहा है कि “मोरा पिया के बिना जिया लागे ना” बहुत ही प्यारा गीत है और इसे अपनी प्यारी और सुरीली आवाज में पोपुलर सिंगर व आईएएस ऑफिसर डॉ. हरिओम और सबके चहेते और जाने-माने सिंगर, एक्टर, म्यूजिक डायरेक्टर राज महाजन जी ने अपनी संगीत से जीवंतता प्रदान किया हैइस गाने को एक प्रेमिका अपने प्रेमी की याद में गा रही है और कह रही है कि “मोरा पिया के बिना जिया लागे ना"। उन्होंने यह भी कहा है कि यह गाना मेरे दिल के बहुत करीबी हैआशा है कि यह आप सबों के दिलों को भी छूएगा"बहुत लोकप्रिय प्रेम दुख की बात है" मोरा पिया के बिना जिया लागे ना "आपकी आत्मा को स्पर्श करेंगे” 



Tuesday, October 3, 2017

“दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता अभियान

दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता अभियान

मुखिया रामनाथ पांडे ने अपना उद्दगार व्यक्त करते हुए कहा कि दहेज प्रथा के कारण ही समाज मे बेटियों को जन्म से पहले ही कोख में ही खत्म कर दिया जाता है। लोग भगवान का दिया बेटियों जैसा अनमोल ऊपहार को भी लेने से इंकार कर देते हैं तो ऐसे लोगो को बुरे वक़्त मे भगवान भी मदद नहीं करता है...

कटिहार: दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए गाँधी जयंती के अवसर पर सामाजिक संस्था भूमिका विहार कटिहार, की ओर से रामपुर गाँव में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर रामपुर के मुखिया रामनाथ पांडे ने अपना उद्दगार व्यक्त करते हुए कहा कि दहेज प्रथा के कारण ही समाज मे बेटियों को जन्म से पहले ही कोख में ही खत्म कर दिया जाता है। लोग भगवान का दिया बेटियों जैसा अनमोल ऊपहार को भी लेने से इंकार कर देते हैं तो ऐसे लोगो को बुरे वक़्त मे भगवान भी मदद नहीं करता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह समाज के सम्पूर्ण विकास मे बाधक है। जब तक हम दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसे बुराइयों पर विजय नहीं पाते हैं तब तक  हमारा समाज खुशहाल नहीं हो सकेगा।
भूमिका विहार के कार्यकर्ता हेमंत कुमार ने इस कार्यक्रम की अहमियतता को बताते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम के द्वारा समाज में विभिन्न समुदाय के लोगो के बीच जागरूकता लाकर ही दहेज प्रथा एवं बाल विवाह पर अंकुश लगाया जा सकता है। अभी दहेज़ प्रथा एवं बाल विवाह एक ज्वलंत मुद्दा है, जिस पर त्वरित कारवाई करना अत्यंत जरूरी है। दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसे कुरीतियां कायम रही तो न जाने कितनी बेटियों को अपने प्राणों की आहुती देनी पड़ेगी। इस कुरीती से कितने परिवार की रौनक उजर चुकी है। इसके बावजूद यह समाज की ही नहीं इस देश की एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दहेज विरोधी कई कानून बनाए जा चुके है, पर उनपर पूर्ण रूप से अमल नहीं होने से कई जगह तो इसे सामाजिक प्रतिष्ठा से जोरा जाता है कि ज्यादा दहेज दिया या लिया वह अच्छे घराने से माना जाता है। ऐसे परंपरा को हम सबों को मिलकर तोड़ना होगा और इस कुरीतियों को समाज से पहले अपने मन व सोच से बाहर निकाल फेकना होगा।
भूमिका विहार के अन्य कार्यकर्ता ने भी एक स्वर से कहा कि आज हिंसा का आसान शिकार एक लड़की को ही होना पड़ता है। चाहे वह दहेज प्रथा हो या बाल विवाह। लड़कियों को जन्म के पहले से ही हिंसा की शिकार होना पड़ता है। इस सोच का जन्म परिवार में ही हो जाता है। इसलिए जब तक एक-एक परिवार की सोच नहीं बदलेगी तब तक समाज में जागरूकता नहीं आ सकती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता संदेशहर परिवार मे जाएगी और साथ ही हमारे समाज मे भी एक अच्छा संदेश जाएगा।



बेटियों को कोख में मारने वालों के आँगन नहीं हो सकती ख़ुशी: बीबी नीलोफर

बेटियों को कोख में मारने वालों के आँगन नहीं हो सकती ख़ुशी: बीबी नीलोफर


जब तक एक-एक परिवार की सोच नहीं बदलेगी तो समाज में जागरूकता नहीं आ सकती है...

 उपेन्द्र यादव/अररिया: गाँधी जयंती के मौके अररिया के रामपुर पंचायत के कोडकतती गाँव में  सामाजिक संस्था भूमिका विहार के द्वारा दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम मे रामपुर पंचायत के मुखिया श्रीमती बीबी नीलोफर के आलावा भूमिका विहार के कार्यकर्ता विपिन कुमार सहित काफी संख्या मे ग्रामीण प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
रामपुर की मुखिया श्रीमती बीबी नीलोफर ने कहा कि इस दहेज प्रथा के चलते ही समाज मे बेटियों को कोख मे ही नहीं आने दिया जाता है। उसे जन्म से पहले कोख मे ही मार दिया जाता है। लोग भगवान का दिये उपहार को लेने से भी इंकार कर देते है तो ऐसे लोगो को बुरे वक़्त मे भगवान भी मदद नहीं करता। उन्होंने कहा कि बेटियों को कोख में मारने वालों के आँगन कभी भी ख़ुशी नहीं मिल सकती है। बाल विवाह समाज के सम्पूर्ण विकास मे बाधक है। जब तक हम दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसे बुराइयों पर विजय नहीं पाते, हमारे समाज मे असली दशहरा की खुशी नहीं आएगी। इसलिए जब तक एक-एक परिवार की सोच नहीं बदलेगी तो समाज में जागरूकता नहीं आ सकती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दहेज प्रथा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता संदेशहर परिवार मे जाएगी और साथ ही हमारे समाज मे भी एक अच्छा संदेश जाएगा।
इस मौके पर भूमिका विहार के विपिन कुमार ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस आयोजन से समाज के विभिन्न समुदायों के बीच जागरूकता लाया जा सकता है। दहेज प्रथा एवं बाल विवाह एक ज्वलंत मुद्दा है, जिसपर त्वरित कारवाई करना अत्यंत जरूरी है।

न जाने इस दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसे कुरीतियों मे कितने ही बेटियों की आहुतियां दी जा चुकी है और कितने परिवार की रौनक उजर चुकी है। दहेज विरोधी कई कानून होने के बाद भी पूर्ण रूप से अमल नहीं हो पाया है। कई जगह तो इसे सामाजिक प्रतिष्ठा से जोरा जाता है, जो बिल्कुल गलत है।